स्टोनहेंज की तारीख़ | HISTORYMEANING

स्टोनहेंज की तारीख़

History of Stone Henge

स्टोनहेंज की तारीख़

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हम इंसानी तारीख़ में देखे तो हमें ऐसी बहुत सी इमारते मिलती है जिससे हम सोच और विचार में लग जाते हैं , यह उस वक़्त कैसे बनी होंगी उन्होंने ऐसा क्या इंतिज़ाम किया जिससे उनकी इमारते आज भी मौजूद हैं ?

History of Stone Henge
 Stone Henge


इसी तरह हम इंग्लैंड के शहर विल्टशायर में एक अजूबे का ज़िक्र कर रहें जिस पर हम नज़र डालें तो हम सोच और विचार में लग जाते है ? यह कैसे बना होगा?

स्टोनहेंज को कैसे बनाया होगा , क्या इसकी तारीख़ रहीं होगीं और अलबत्ता इसके आकार से इसके बारे में कुछ साफ़ पता नहीं चलता हैं के इसे क्यों बनाया होंगा?

स्टोनहेंज की रिसर्च के मुताबिक़

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स्टोनहेंज की तारीख़ ( 5000 ईसा पूर्व या 3000 ईसा पूर्व) पुरानी मानी जाती हैं
स्टोनहेंज के जो पत्थर है उनकी लंबाई 13 फिट की हैं, इन पत्थरों को ( 280 किमी ) दूर से लाये गया था।
इसको बनाने के ताअल्लुक से तारीख़दान (Historian) अपनी अलग अलग राय रखते हैं ।
स्टोनहेंज के ताअल्लुक से हमें चार अलग अलग रिर्सच मिलती हैं  
जिससे हम इसकी कुछ जानकारी जोड़ पाये हैं
इसे क्यों बनाया गया था। क्या ऐसी ज़रूरत थी जो उस वक़्त के लोगों की इस पर छत तक नहीं डाली और सिर्फ पत्थरों को लगा कर छोड़ दिया और इसे ऐसे ही इस्तेमाल किया जाने लगा ।

हम इसकी तहकीक़ करें और तारीख़दान (Historian) के विचारों को पढ़े तो इसके बारे में कुछ जानकारी मिलती हैं ..


कुछ तारीख़दान के विचार

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तारीख़दानों की अलग-अलग विचारधारा रहीं हैं -

पहले तारीख़दान स्टोनहेंज के बारें में लिखते हैं
इसे कैलेंडर के लिए भी इस्तिमाल किया जाता होंगा,
क्योंकि इसकी बनावट को देखे तो इसे सूरज के हिसाब से बनाया हुआ भी मानते है, इससे उस वक़्त के लोग कैलेंडर या सूरज के हिसाब किताब के लिए इस्तिमाल करके अपनी फसलों को उगाने के लिए समय याद रखने के लिए भी इस्तिमाल करते होंगे और आने वाले मौसम का अनुमान लगाया करते होंगे।


दूसरे तारीख़दान स्टोनहेंज के बारे में लिखते हैं 
ये एक जन सभा के लिए भी इस्तिमाल किया जाने वाली इमारत हो सकती हैं, क्योंकि इसमें पत्थरों को ऐसे लगाया गया हैं के इसके अंदर आवाज़ एक सटीक और साफ़ सुनी जा सकती थी और उस जगह से आवाज़ बाहर तक नही जाया करती थी यहां पर एक ख़ुसूसी गुफ़्तगू की जा सकती थी।

तीसरी तारीख़दान स्टोनहेंज के बारे में लिखतें है
इसको सम्मेलन या मेले के रूप में भी इसे मानते है , उनका विचार है के यहां पर कोई बड़ा मेला या सम्मेलन हुआ करता था क्योंकि यह शहर से दूर था इसलिए कुछ तारीख़दान इस पर ज़्यादा राय रखते हैं । क्योंकि इसमें बादशाह का कोई सिंघासन नहीं मिलता हैं लेकिन वो इस बात को भी नकारते नहीं है के ये सूरज के हिसाब के लिए भी बनाई हो सकती हैं।

चौथे तारीख़दान स्टोनहेंज के बारे में यह भी लिखते है 
इसकी खुदाई का काम अंजाम देते वक़्त खुदाई में इंसानों की हड्डियां बरामत हुई थी। इसलिए कुछ तारीख़दान इसे उस ज़माने का क़द्रस्तान भी तस्लीम करते हैं
क्योंकि यहां पर (500) इंसानों की हड्डियां मिलती हैं 
इसलिए यह उस वक़्त का एक क़ब्रस्तान भी हो सकता हैं ।

नोट :-

लेकिन हमें इस बात की सही और पक्की सनद आज तक नहीं मिलती है के इसे क्यों बनाया गया था ,
तारीख़दान सिर्फ़ अपने अनुमान की बुनियाद पर ही इसे चार अलग अलग चीजों के लिए इस्तिमाल किये जाने वाली इमारत बोलते हैं।


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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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