मोहनजोदड़ो का इतिहास | HISTORYMEANING

मोहनजोदड़ो का इतिहास

मोहनजोदड़ो का इतिहास

History of mahonjodaro


दुनिया मे अल्लाह ने ऐसी कोई चीज़ नही छोड़ी जिसे इंसान समझ व पढ़ नही सकता हो। 



मोहनजोदड़ो शहर


यह बात मोहनजोदड़ो शहर की हो रही हैं जिसे खोजे हुए (100 ) साल होने वाले है जिसे साफ़ सफाई और तरक़्क़ीयाफ्ता सभ्यता माना जाता है

मोहनजोदड़ो का खात्मा किन वजह से हुआ और ऐसा क्या हो गया था जो एकदम एक शहर खत्म हो गया था ?

इतिहासकार मोहनजोदड़ो की भाषा को आज तक नही पढ़ पाये है आज हमारे पास मोहनजोदड़ों सभ्यता (Civilization) की बहुत  सारी निशानियां मौजूद हैं ।

जिससे एक सभ्यता को पूरी तरह समझा जा सकता है और समझाया भी जा सकता है हर इतिहासकार अलग अलग राय रखते हैं पर पुख़्ता तौर पर कोई  भी नही बता पाया है के कैसे हुआ था ।


हम मोहनजोदड़ो शहर के बारे में ईश्वर की क़िताब (book of god) से कुछ जानकारी जोड़ पाये हैं जिससे हमें कुछ अहम सनदें मिली है जिसकी बुनियाद पर हम मोहनजोदड़ो शहर के ख़ात्मे के बारे में कुछ अहम तहक़ीक़ लिख रहे हैं -

( क़ुरआन मजीद के हवाले से )

 

अल्लाह ने अपनी किताब क़ुरआन में बहुत सारी सभ्यताओं के बारे में बताया है। हमने बहुत सारी सभ्यताओं को क्यों ख़त्म कर दिया क्यों हमने उनकी हर चीज़ को ख़त्म कर दिया। और क़ुरआन में कुछ सभ्यताओं (Civilization) के नाम भी बताये है 

तहक़ीक़ करने पर कुछ सभ्यताओं के नाम भी मिले है जैसे


(कौमें नूह) , (कौमें समूद) , (कौमें आद ) जैसी सभ्यताओं (Civilization)
के बारे में हमे नाम लेकर बताया गया है और क़ुरआन की अलग अलग सूरह में भी बताया है के किसी कौम पर ख़ुदाई अज़ाब कब और क्यों आता है 


(ख़ुदा के अज़ाब की वजह )


हमने किसी बस्ती को बग़ैर इसके हलाक़ नहीं किया कि उसमे कोई डराने वाला (पैग़म्बर) नही भेजा हो। और नसीहत का हक़ अदा करने वाले मौजूद थे। और हम ज़ालिम ना थे


यक़ीनन जब उन्होंने ख़बरदार करने वालों की तंबीह और समझाने वालों  कि नसीहत क़ुबूल ना कि और हमने उन्हें हलाक़ कर दिया, तो ज़ाहिर हैं के यह हमारी तरफ से उन पर कोई ज़ुल्म ना था । ज़ुल्म तो उस वक़्त होता जब उनको हलाक़ करने से पहले उन्हें समझा कर राहे रास्त पर लाने की कोई कोशिश ना कि गई होती


( क़ुरआन  : 26, 208 ,209)


और कितनी ही बस्तियाँ हैं जिनको हमने हलाक कर दिया, उन पर हमारा अज़ाब रात को आ पहुँचा या दोपहर को जबकि वे आराम कर रहे थे, फिर जब हमारा अज़ाब उन पर आया तो वे इसके सिवा कुछ न कह सके कि वाक़ई हम ज़ालिम थे।


(क़ुरआन : 7, 4,5 )

इस बात से ज़ाहिर हो जाता है के एकदम से कोई शहर क्यों ख़त्म हो जाते हैं , इसका जवाब हमे अल्लाह की क़िताब क़ुरआन मजीद में मिलता है।

नोट :-

क़ुरआन मजीद को लोग इतिहास की किताब ना समझें , इसमें तो अल्लाह ने  उन सभ्यताओं (Civilization) के बारे में सिर्फ और सिर्फ यह बयान के लिए बताया है की तुम इन जाहिल सभ्यताओं की तरह ना बनना  जिस तरह वो कौमें शिर्क में मुब्तिला थी 

और उन्होंने उन पैग़म्बरों की नसीहत को  क़बूल ना किया तो हमने उन्हें कैसे अज़ाब में डाल दिया था ।  जिसपर वो तक़ब्बुर करते थे हमने उसे नेस्तो नाबूत कर दिया । 

और हम ज़ालिम ना थे।



SHARE

Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
    Blogger Comment
    Facebook Comment

2 comments:

  1. बेशक अल्लाह जालिमो की पकड़ करने वाला है

    ReplyDelete
    Replies
    1. अल्लाह हमें इस अज़ाब से बचाये।

      Delete